Posts

Showing posts from October, 2025

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने स्व. हनुमंत मीणा जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की

Image
  राजस्थान की राजनीति और सामाजिक जीवन में एक दुखद घटना ने सन्नाटा पैदा कर दिया है। टोंक-सवाईमाधोपुर के सांसद श्री हरीश मीणा जी के सुपुत्र स्व. हनुमंत मीणा जी के निधन से उनके परिवार, मित्रों और समर्थकों में गहरा शोक छा गया है। इस दुःख की घड़ी में राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने शोकाकुल परिवार के साथ अपनी एकजुटता जताई है। मंत्री जी ने अर्पित की श्रद्धांजलि: दिनांक 11 अक्टूबर, 2025 को कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इस दुखद घटना पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए स्व. हनुमंत मीणा जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शोक से स्तब्ध परिजनों से मुलाकात कर उन्हें इस मुश्किल समय में ढांढस बंधाया। कर्नल राठौड़ का संदेश: इस अवसर पर अपने भाव व्यक्त करते हुए कर्नल राठौड़ ने कहा, "यह समय अत्यंत दु:खद और हृदयविदारक है।" उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को उनके श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें और शोक संतप्त परिवार को इस अकथ्य पीड़ा को सहने की धैर्य और शक्ति दें। निष्कर्ष: ऐसे समय में, नेताओं का इस तरह आगे आकर शोकाकुल परिवार का साथ देना मानवीय सं...

राजमाता विजया राजे सिंधिया: देशभक्ति की एक अमर मशाल

Image
  आज हम सभी एक ऐसी विभूति की जयंती मना रहे हैं, जिनका जीवन देशभक्ति, साहस और सेवा का एक अनुपम उदाहरण है। क र्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जी ने सही कहा है – "जनसेवा के लिए सदैव समर्पित राजमाता विजया राजे सिंधिया जी की जयंती पर सादर नमन।" यह वाक्य उनके सम्पूर्ण जीवन को सारगर्भित करने के लिए पर्याप्त है। राजमाता विजया राजे सिंधिया सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक विचार, एक प्रेरणा और एक ऐसी शक्ति थीं, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र की सेवा में अर्पित कर दिया। वह ग्वालियर रियासत की राजमाता होने के बावजूद जनता के बीच रहीं, उनके दुःख-दर्द को समझा और उनके उत्थान के लिए निरंतर कार्य करती रहीं। उनका जीवन हमें यह सीख देता है कि देशभक्ति का मार्ग हमेशा सरल नहीं होता, लेकिन दृढ़ संकल्प और निष्ठा से भरा होता है। स्वतंत्रता के बाद के भारत में उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाई और सदैव राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा। आज के दौर में जब हम अपने आस-पास स्वार्थ और व्यक्तिगत हितों को प्राथमिकता देते हुए देखते हैं, राजमाता का जीवन एक मार्गदर्शक प्रकाश स्तंभ की भांति है। वह हमें सिखाती...

संवेदना का साझा पल: भाजपा नेताओं ने हरीश मीणा के पुत्र के निधन पर जताया शोक

Image
  आज का दिन राजस्थान की राजनीति में मानवीय संवेदनाओं और एकजुटता के एक सुंदर चित्र को दर्शाता है। टोंक-सवाई माधोपुर के सांसद श्री हरीश मीणा जी के पुत्र के असामयिक निधन ने उनके परिवार और समर्थकों को गहरा सदमा पहुंचाया है। ऐसे मुश्किल समय में, राज्य के जनप्रतिनिधियों ने अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री  मदन राठौड़  (@madanrrathore) ने आज सांसद श्री हरीश मीणा के निवास पर पहुंचकर इस दुःख की घड़ी में उनका साथ दिया। उन्होंने दिवंगत पुण्यात्मा को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की और शोकाकुल परिवार के सदस्यों से मिलकर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री  कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़  (@Ra_THORe) भी मौजूद रहे। उनकी उपस्थिति ने इस बात को रेखांकित किया कि राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर मानवीय रिश्ते और सहानुभूति सर्वोपरि होती है। ऐसे शोक के पल में, पूरी टीम की ओर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। हम श्री हरीश मीणा जी और उनके पूरे परिवार को इस अपार दुःख की घड़ी में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित ...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ - महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रखर समाजवादी चिंतक एवं ओजस्वी वक्ता डॉ. राम मनोहर लोहिया जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन।

Image
आज के दिन, 12 अक्टूबर, जब हम महान क्रांतिकारी विचारक, स्वतंत्रता सेनानी और ओजस्वी वक्ता डॉ. राम मनोहर लोहिया जी की पुण्यतिथि मनाते हैं, तो उनके विचारों की अग्नि एक बार फिर हमारे मन-मस्तिष्क को झकझोर देती है। लोहिया जी सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक विचारधारा, एक आंदोलन और एक चिंगारी थे, जो आज भी प्रासंगिक है। एक अदम्य स्वतंत्रता सेनानी लोहिया जी का जीवन देशभक्ति का अनूठा उदाहरण है। हैरी पॉटर नहीं, बल्कि 'हरी-भरी' आजादी के लिए लड़ने वाले इस योद्धा ने अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी थी। 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' जैसे ऐतिहासिक आंदोलन में उनकी सक्रिय भूमिका रही। उन्होंने महज सत्ता के हस्तांतरण के लिए नहीं, बल्कि एक समतामूलक समाज की स्थापना के लिए संघर्ष किया। एक प्रखर समाजवादी चिंतक लोहिया जी की समाजवाद की अवधारणा किताबी नहीं थी, बल्कि भारतीय जमीन से जुड़ी हुई थी। उन्होंने 'चौखंभा राज' का सिद्धांत दिया - जिसमें जाति, लिंग, अर्थ और अवसर की विषमताओं को तोड़ने की बात कही। उनका मानना था कि बिना जाति के विनाश के सच्चा समाजवाद असंभव है। उनके लिए समाजवाद सिर्फ आर्थिक न्याय का सिद्...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ द्वारा झोटवाड़ा में नई सड़क निर्माण परियोजना: विकास की एक नई राह

Image
  नमस्कार दोस्तों! आज हम बात करने जा रहे हैं झोटवाड़ा, जयपुर में शुरू हुई एक ऐसी विकास परियोजना की जो स्थानीय निवासियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाली है। यह परियोजना सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के नेतृत्व में शुरू की गई है। परियोजना की मुख्य बातें: ✅  लागत:  लगभग ₹1.50 करोड़ (सवा करोड़ रुपये) ✅  लंबाई:  3.30 किलोमीटर 📍  स्थान:  ग्राम पंचायत पचार एवं मंडाभोपावास मार्ग:  मेन डामर सड़क गौशाला के सामने से महला की ढाणी एवं यादवों की ढाणी तक। इस सड़क निर्माण का क्या महत्व है? यह सड़क न सिर्फ ग्रामीण इलाकों को मुख्य सड़क से जोड़ेगी, बल्कि इसके कई फायदे हैं: यातायात सुविधा:  अब ग्रामीणों को खराब सड़कों पर वाहन चलाने की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। आवागमन आसान और सुरक्षित होगा। आर्थिक विकास:  अच्छी सड़कें किसी भी इलाके के आर्थिक विकास की रीढ़ होती हैं। यह किसानों के लिए फसलों को बाजार तक पहुंचाना आसान बनाएगी और छोटे उद्योगों को बढ़ावा देगी। सामाजिक कनेक्टिविटी:  गाँवों और ढाणियों के बीच की दूरी कम होगी, जिससे लोगों का आ...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के प्रयासों से सबरामपुरा में सड़क निर्माण, बढ़ेगी कनेक्टिविटी

Image
  हमारे गाँव और समुदायों के विकास के लिए बुनियादी ढाँचा सबसे महत्वपूर्ण आधार है। इसी दिशा में झोटवाड़ा विधायक कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के प्रयासों से सबरामपुरा में एक महत्वपूर्ण सड़क निर्माण का कार्य शुरू हुआ है। यह नई सड़क SH-2C के किमी 14 से चंपापुरा तक बनाई जा रही है। इस परियोजना से सबरामपुरा ग्राम पंचायत के लोगों को सीधा और बेहतर रास्ता मिलेगा। परियोजना की मुख्य बातें: लागत:  ₹22 लाख लंबाई:  0.85 किलोमीटर स्थान:  ग्राम पंचायत सबरामपुरा, जयपुर इस सड़क के बनने से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि स्थानीय लोगों के रोजमर्रा के जीवन में भी सुधार आएगा। छात्रों को स्कूल जाने में, किसानों को अपनी उपज बाजार तक पहुँचाने में और आपातकालीन स्थितियों में एम्बुलें्स जैसे वाहनों के आने-जाने में काफी आसानी होगी। यह एक छोटी सड़क जरूर है, लेकिन इसका स्थानीय विकास पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा। बेहतर कनेक्टिविटी का मतलब है बेहतर अवसर, बेहतर जीवन। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का यह प्रयास साबित करता है कि स्थानीय मुद्दों पर ध्यान देकर ही बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं। #Rajasthan #राजस्थान #झ...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के प्रयास से सरनाचौड़ में नई सड़क, गाँवों को मिलेगी नई राह

Image
  ग्राम पंचायत सरनाचौड़, सबरमपुरा के निवासियों के लिए विकास और समृद्धि का एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। हमारे प्रिय विधायक कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के निरंतर प्रयासों और जनकल्याण के संकल्प के फलस्वरूप, चंपापुरा से चक बाढ़ तक 2 किलोमीटर लंबी नई सड़क का निर्माण किया जा रहा है। यह सड़क न सिर्फ ईंट-पत्थर का एक रास्ता है, बल्कि यह हमारे गाँवों को मुख्यधारा से जोड़ने वाली एक जीवनरेखा है। इस परियोजना पर 50 लाख रुपये की राशि खर्च की जा रही है, जो इसके प्रति सरकार की गंभीरता को दर्शाती है। इस सड़क निर्माण से होने वाले लाभ: शिक्षा और स्वास्थ्य तक आसान पहुँच:  बच्चों के लिए स्कूल और परिवारों के लिए स्वास्थ्य केंद्र अब दूर नहीं रहेंगे। कृषि और आजीविका में वृद्धि:  किसानों को अपनी फसलों को बाजार तक पहुँचाने में आसानी होगी, जिससे उनकी आय में सीधा इजाफा होगा। यातायात की सुविधा:  आने-जाने में लगने वाले समय और ईंधन की बचत होगी, जिससे जीवन सरल और सहज होगा। सामाजिक संपर्क:  आस-पास के गाँवों के बीच आवाजाही बढ़ेगी, जिससे सामाजिक एकजुटता मजबूत होगी। यह सड़क हमारे गाँव-गाँव तक सम...

कालवाड़ से चारणवास तक नई सड़क: ग्रामीण विकास की एक सकारात्मक पहल

Image
  नमस्कार पाठकगण! आज एक बहुत ही सुखद और सकारात्मक खबर लेकर आए हैं, जो राजस्थान के जयपुर जिले के ग्रामीण इलाकों के विकास से जुड़ी हुई है। कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के प्रयासों से कालवाड़ सीनियर सैकेंडरी स्कूल से चारणवास तक सड़क निर्माण कार्य को मंजूरी मिल गई है। यह परियोजना स्थानीय निवासियों के लिए एक बड़े बदलाव की संभावना लेकर आई है। आइए, इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें जानते हैं: लागत:  इस सड़क निर्माण कार्य पर  ₹1.10 करोड़  की लागत आएगी। लंबाई:  निर्मित होने वाली सड़क की कुल लंबाई  4.23 किलोमीटर  होगी। स्थान:  यह सड़क  ग्राम पंचायत कालवाड़ और मंडाभोपावास  के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों को जोड़ेगी। इस सड़क के निर्माण से क्या फायदे होंगे? शैक्षणिक सुविधा:  कालवाड़ सीनियर सैकेंडरी स्कूल तक पहुँच आसान होगी, जिससे आस-पास के गाँवों के बच्चों की पढ़ाई पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। चिकित्सा सुविधा:  मरीजों को अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र तक पहुँचने में आसानी होगी। कृषि एवं आर्थिक विकास:  किसानों के लिए अपनी फसलों को बाजार तक ...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के नेतृत्व में सरनाचौड़ से बलाईयों की ढाणी तक विकास की नई पटरी

Image
  ग्रामीण भारत के विकास की कहानी अक्सर उन छोटी-छोटी सड़कों से शुरू होती है, जो न सिर्फ गांवों को जोड़ती हैं, बल्कि लोगों के सपनों को नई उड़ान भी देती हैं। ऐसी ही एक विकास यात्रा की शुरुआत हमारी सरनाचौड़ पंचायत में हो रही है। कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के प्रयासों से सरनाचौड़ पंचायत भवन से बलाईयों की ढाणी तक एक नई सड़क का निर्माण प्रस्तावित है, जो क्षेत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। एक ऐतिहासिक परियोजना का संक्षिप्त विवरण: मार्ग:  सरनाचौड़ पंचायत भवन से बलाईयों की ढाणी तक लंबाई:  2.81 किलोमीटर अनुमानित लागत:  75 लाख रुपये लाभार्थी:  सरनाचौड़ पंचायत के निवासी सड़क निर्माण से क्या बदलाव आएगा? यह 2.81 किलोमीटर लंबी सड़क सिर्फ एक रास्ता नहीं, बल्कि विकास की एक मजबूत नींव है। इसके निर्माण से आने वाले बदलावों पर एक नजर: यातायात की सुविधा:  इस सड़क के बनने से ग्रामीणों को अब मुख्य सड़क तक पहुंचने में आसानी होगी। खेतों से उपज लाना, बच्चों का स्कूल जाना और रोजमर्रा का आवागमन सहज हो जाएगा। आर्थिक विकास को बढ़ावा:  एक अच्छी सड़क व्यापार और वाणिज्य की रीढ...

ऐतिहासिक दिन: आईदाना बास में नए विद्युत उपकेंद्र की नींव रखी गई

Image
आज का दिन झोटवाड़ा, जयपुर के लिए एक ऐतिहासिक और उल्लासपूर्ण दिन रहा। कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के प्रयासों से आज ग्राम पंचायत आईदाना बास में 33/11 के.वी. विद्युत उपकेंद्र के निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ। यह नया विद्युत उपकेंद्र क्षेत्र के विकास की एक नई इबारत लिखेगा। अक्सर हमने देखा है कि बिजली की कमी और अनियमित आपूर्ति गाँव के विकास, शिक्षा और रोजगार में बड़ी बाधा बनती है। इस उपकेंद्र के बन जाने के बाद: बिजली की आपूर्ति में स्थिरता  आएगी, जिससे किसानों को खेती के लिए बेहतर सिंचाई सुविधाएँ मिल सकेंगी। घर-घर में शाम को रोशनी  निर्बाध रूप से जल सकेगी, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। छोटे उद्योग और व्यवसाय  भी बिजली की कमी से मुक्त होकर फल-फूल सकेंगे। कर्नल राठौड़ ने इस अवसर पर कहा कि यह परियोजना उनकी "विकास की ओर एक और सार्थक पहल" है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढाँचे को मजबूत करना ही किसी भी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास की पहली सीढ़ी है। यह निर्माण कार्य न सिर्फ तारों और ट्रांसफार्मर की बात है, बल्कि यह इस गाँव के हर निवासी के सपनों को नई उर्जा और नई उड़ान देने का...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ - अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

Image
आज, अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के इस शुभ अवसर पर, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जी ने देश की सभी बेटियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। यह दिवस केवल बधाई देने का नहीं, बल्कि हमारे समाज में बालिकाओं के अधिकारों, उनकी शिक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी को याद दिलाने का दिन है। कर्नल राठौड़ ने इस मौके पर जोर देकर कहा कि  आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में सरकार बालिकाओं की शिक्षा और सुरक्षा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। यह प्रतिबद्धता केवल शब्दों तक सीमित नहीं है। हम इसे विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से जमीन पर साकार होते हुए देख रहे हैं: बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान:  इस ऐतिहासिक पहल ने न केवल लिंगानुपात में सुधार के लिए काम किया है, बल्कि बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने में भी अहम भूमिका निभाई है। सुकन्या समृद्धि योजना:  यह योजना बेटियों के भविष्य की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है, जो उनकी उच्च शिक्षा और विवाह के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण:...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ - ‘ग्रामोदय से राष्ट्रोदय' के पथप्रदर्शक, प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक व भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य, भारत रत्न राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन।

Image
आज के दिन, जब हम राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख जी की जयंती मना रहे हैं, तो कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जी द्वारा दिए गए ये शब्द उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को सटीक रूप से परिभाषित करते हैं। नानाजी देशमुख सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक विचार, एक आंदोलन और एक जीवन पद्धति हैं। एक संन्यासी का जीवन, एक साम्राज्य की नींव नानाजी का जन्म 11 अक्टूबर, 1916 को महाराष्ट्र के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उनका पूरा जीवन त्याग, तपस्या और राष्ट्रनिर्माण की अनूठी मिसाल है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रचारक के रूप में उन्होंने अपना जीवन राष्ट्र को समर्पित कर दिया। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई, लेकिन उनका मन तो समाज के मूल में, गाँवों में बसता था। ‘ग्रामोदय से राष्ट्रोदय’ का मंत्र नानाजी देशमुख का मानना था कि भारत की वास्तविक शक्ति उसके गाँवों में निहित है। उन्होंने "ग्रामोदय से राष्ट्रोदय" (गाँवों के उत्थान से राष्ट्र का उत्थान) का महामंत्र दिया। इस विचार को साकार रूप देने के लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जैसे पिछड़े क्षेत्र को चुना...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ - महान स्वतंत्रता सेनानी, लोकतांत्रिक मूल्यों के सजग प्रहरी

Image
आज का दिन भारतीय लोकतंत्र और स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक विशेष स्थान रखता है। आज हम लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती मना रहे हैं, एक ऐसे व्यक्तित्व जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन देश की सेवा और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया। इस पावन अवसर पर, हम उन्हें सादर नमन करते हैं। लेकिन आज हम JP की विरासत को आगे बढ़ाने वाले एक और वीर सपूत को याद करना चाहेंगे -  कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ । कर्नल राठौड़ का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। एक अमर स्वतंत्रता सेनानी: कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने न केवल अपनी वीरता से ब्रिटिश साम्राज्य को चुनौती दी, बल्कि देशवासियों के दिलों में आज़ादी की अलख जगाई। उनका जीवन त्याग, बलिदान और देशभक्ति का एक अनूठा उदाहरण है। लोकतांत्रिक मूल्यों के सजग प्रहरी: आज़ादी के बाद, जब देश ने अपनी लोकतांत्रिक यात्रा शुरू की, तो कर्नल राठौड़ लोकतंत्र के मूल्यों के एक सजग प्रहरी के रूप में उभरे। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के विचारों से वह गहरे तक प्रभावित थे। JP ने...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ - आखिर कैसे झेली बेइज्जती! UDAAN 2025 में युवाओं को मिला सफलता का मंत्र

Image
  हाल ही में जयपुर के जेसीआरसी यूनिवर्सिटी में युवाओं के लिए एक खास कार्यक्रम 'UDAAN 2025' का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे राजस्थान के युवा मामले एवं खेल मंत्री, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़। लक्ष्मण रॉय के साथ हुई एक खास बातचीत में कर्नल राठौड़ ने न सिर्फ युवाओं को सफलता के मंत्र दिए, बल्कि अपने जीवन की एक ऐसी दर्दनाक घटना भी साझा की, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया। वो दिन, जब बेइज्जती का सामना करना पड़ा कर्नल राठौड़ ने बताया कि एक समय था जब उन्हें और उनके परिवार को सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर भारी बेइज्जती का सामना करना पड़ा। उन्होंने इस दौरान अपने आप को कैसे संभाला, इस बारे में बात करते हुए कहा कि  "जब आपके पास आपकी इंटीग्रिटी और सच्चाई के अलावा कुछ नहीं बचता, तब वही आपकी सबसे बड़ी ताकत बन जाती है।" उन्होंने कहा कि ऐसे मुश्किल दौर में खुद पर भरोसा रखना और अपने काम में डटे रहना ही एकमात्र रास्ता है। बेइज्जती ने उन्हें तोड़ा नहीं, बल्कि और मजबूत बनाया। यह संदेश उन सभी युवाओं के लिए एक सबक था, जो छोटी-मोटी असफलताओं या अपमान से हताश हो जाते हैं। UDAAN...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के प्रयासों से पचार की ढाणियों में खुलेगी विकास की नई राह, 2 किमी सड़क निर्माण को मिली हरी झंडी

Image
  प्रगति और विकास की एक नई कहानी लिखने जा रही है झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पचार। यहाँ की दुर्गम दुर्जनियावास ढाणी के निवासियों के लिए एक सपना साकार होने जा रहा है। कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के निरंतर प्रयासों और जनता की आवश्यकताओं को समझने की उनकी प्रतिबद्धता के चलते "रामकुई पचार वाली ढाणी" से "रामनाथ मांडिया की ढाणी" तक 2 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण को मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना की कुल लागत लगभग  1 करोड़ रुपए  आंकी गई है। यह मात्र एक सड़क नहीं, बल्कि इस क्षेत्र के विकास का एक मजबूत स्तंभ साबित होगी। क्यों है यह सड़क इतनी महत्वपूर्ण? शिक्षा तक पहुंच:  बच्चों के लिए स्कूल जाना अब आसान और सुरक्षित होगा। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं:  आपातकाल में अस्पताल पहुंचना सहज होगा, जिससे जान का जोखिम कम होगा। कृषि और आजीविका:  किसानों को अपनी फसलों को बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। सामाजिक संपर्क:  यह सड़क ग्रामीणों को मुख्यधारा से जोड़ेगी, जिससे समाजिक और आर्थिक गतिविधियों को बल मिलेगा। यह परि...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ - "आप सफलताओं से इतना नहीं सीखते, जितना असफलताओं से सीखते हैं"

Image
हम सभी की जिंदगी में ऐसे पल आते हैं जब सफलता हमारे कदम चूमती है, और कुछ पल ऐसे भी आते हैं जब असफलता की कड़वाहट हमें अंदर तक हिला देती है। अक्सर हम सफलता के गीत गाते हैं, लेकिन असफलता से आँखें चुराने की कोशिश करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि असली सबक हमें किससे मिलता है? कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का यह कथन,  "आप सफलताओं से इतना नहीं सीखते, जितना असफलताओं से सीखते हैं,"  कोई नारा भर नहीं है। यह उनके जीवन के अनुभवों से निचोड़ा गया एक सार है। एक सैनिक के तौर पर, उन्होंने अनुशासन, रणनीति और हार न मानने की भावना सीखी। लेकिन जब वह ओलंपिक में भारत के लिए व्यक्तिगत सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले शूटर बने, तो यह सफलता उनकी पिछली असफलताओं और सीखों की ही देन थी। प्रैक्टिस के दौरान निशाने का चूकना, किसी बड़े टूर्नामेंट में अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन न कर पाना – ये सभी 'असफलताएँ' थीं। लेकिन कर्नल राठौड़ ने हर चूक का विश्लेषण किया। हर गलती से एक नई रणनीति बनाई। उन्होंने यह नहीं सोचा कि "मैं फेल हो गया," बल्कि यह सोचा कि "आज मैंने यह सीखा कि  यह  तरीका काम नहीं...

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ - निर्माण कार्य प्रगति पर ✅

Image
झोटवाड़ा  विधानसभा क्षेत्र में विकास के नए अध्याय की शुरुआत हो चुकी है! हमारे प्रिय विधायक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के मार्गदर्शन में, स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। इन दिनों हमारे क्षेत्र में कई नए स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण तेजी से चल रहा है, जो आने वाले समय में नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। यहाँ है अपडेट: ✅  सब सेंटर भवन, लोहारवाड़ा:  नींव रखी जा चुकी है और ढांचागत कार्य प्रगति पर है। यह केंद्र लोहारवाड़ा और आस-पास के इलाकों के निवासियों के लिए एक सुलभ स्वास्थ्य ठिकाना साबित होगा। ✅  प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC), खेजड़ावास:  एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण भी पूरे जोर-शोर से चल रहा है। PHC बनने से ग्रामीण क्षेत्रों को व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। ✅  सब सेंटर भवन, डूंगरी, जोरपुरा सुंदरियावास:  इस क्षेत्र में भी एक नए सब सेंटर की नींव पड़ चुकी है। यह डूंगरी और सुंदरियावास क्षेत्र की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा...

ये है भारत की सेना, दुश्मन को नाश्ते में खाती है! 💪

Image
  हमारे दिन की शुरुआत जिस नाश्ते से होती है, उसके बारे में तो हम सब जानते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि भारतीय सेना का "नाश्ता" क्या है? वह नाश्ता है – दुश्मन की हिम्मत! वह नाश्ता है – आतंकवाद का सफाया! वह नाश्ता है – हर उस चुनौती को चकनाचूर करना जो हमारी मातृभूमि की शांति और अखंडता के आड़े आती है। हाँ, ये कोई मज़ाक नहीं, एक सच्चाई है। "ये है भारत की सेना, दुश्मन को नाश्ते में खाती है" – यह वाक्य सिर्फ एक हैशटैग या नारा नहीं है; यह हर उस जवान की मनोदशा है जो सीमा पर पहरा देता है। यह उस फौजी के जज्बे का प्रतीक है जो बर्फीली चोटियों पर, रेगिस्तान की गर्मी में और गहरे समुद्र में दुश्मन पर नज़र रखे हुए है। हमारी तीनों सेनाएं –  @IAF_MCC  (वायु सेना),  @adgpi  (थल सेना), और  @indiannavy  (नौसेना) – अपने दम पर एक ऐसी शक्ति हैं जो दुनिया को हमारी ताकत का लोहा मनवा चुकी है। उनकी बहादुरी, उनका समर्पण और उनकी सूझबूझ अद्वितीय है। लेकिन यह ताकत तब और भी प्रबल हो जाती है जब उसे मज़बूत नेतृत्व मिले। आज हम एक ऐसी ही नेतृत्व शक्ति के साक्षी हैं।  @PMOIndia  में प...