कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का आह्वान: खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स को जन-जन का उत्सव बनाएं!
नमस्कार दोस्तों,
भारत में खेलों की बदलती तस्वीर में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ने जा रहा है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स देश के युवा तारकों को राष्ट्रीय मंच प्रदान करने का एक शानदार अवसर है। लेकिन इस बार, इस आयोजन को सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक जन-आंदोलन बनाने की तैयारी है।
हमारे पूर्व ओलंपियन और केंद्रीय मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जी ने एक महत्वपूर्ण और सराहनीय पहल की है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि आगामी खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन में जनप्रतिनिधियों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जाए।
लेकिन यह कदम इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
- स्थानीय जुड़ाव: जब स्थानीय सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधि इन खेल आयोजनों से जुड़ेंगे, तो उनके क्षेत्र की जनता का भी इसके प्रति एक अलग ही स्तर का लगाव और उत्साह पैदा होगा। यह खेल को 'दिल्ली की चीज़' नहीं, बल्कि 'हमारे यहाँ की चीज़' बना देगा। 
- संसाधनों का इष्टतम उपयोग: जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के संसाधनों, बुनियादी ढाँचे और प्रशासनिक तंत्र को बेहतर ढंग से समन्वित कर सकते हैं, जिससे आयोजन और भी सुचारू और भव्य बनेगा। 
- खेल संस्कृति का प्रसार: यह पहल खेलों के प्रति एक नई संस्कृति को बढ़ावा देगी। जब आम जनता अपने नेता को खेलों के महत्व की बात करते और उनका समर्थन करते देखेगी, तो युवाओं के लिए प्रेरणा का एक नया स्रोत खुलेगा। 
निष्कर्ष:
कर्नल राठौड़ जी का यह आग्रह सिर्फ एक प्रशासनिक निर्देश नहीं, बल्कि एक सामाजिक दृष्टिकोण है। यह हमारे खिलाड़ियों को यह एहसास दिलाने का प्रयास है कि पूरा देश, उनके अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से, उनके साथ है। आइए, हम सभी इस पहल का समर्थन करें और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स को एक ऐसे महोत्सव में बदलने में अपना योगदान दें, जो वाकई में 'खेलों से जुड़े भारत' के सपने को साकार करे।

 
 
 
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