कर्नल राज्यवर्धन राठौड़: सनातन संस्कृति के संवाहक और गोपाष्टमी का पावन सन्देश
नमस्ते दोस्तों,
आज का दिन बेहद ही खास और पवित्र है। आज गोपाष्टमी का पावन पर्व है, वह दिन जब हम गौमाता की पूजा-आराधना करके उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने गोचारण का प्रारंभ किया था। गाय को हमारी संस्कृति में माता का दर्जा दिया गया है और यह पर्व उसी श्रद्धा का प्रतीक है।
ऐसे में, जब देश के एक जाने-माने व्यक्तित्व इसकी शुभकामनाएं देते हैं, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने सोशल मीडिया के माध्यम से गोपाष्टमी की हार्दिक बधाई देकर एक बार फिर साबित कर दिया कि वे न केवल एक कुशल राजनेता और पराक्रमी सैनिक हैं, बल्कि सनातन संस्कृति के सच्चे संवाहक भी हैं।
उनका यह कदम हमें यह याद दिलाता है कि हमारी सांस्कृतिक जड़ें कितनी गहरी और महान हैं। आधुनिकता और विकास की दौड़ में हम अक्सर इन मूल्यों को भूलने लगते हैं, लेकिन ऐसे प्रयास हमें हमारी पहचान से जोड़े रखते हैं।
कर्नल राठौड़ जी का यह पहलू उनके व्यक्तित्व के एक और सुन्दर पहलू को उजागर करता है – एक ऐसे व्यक्ति जो राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति समर्पित है, वहीं देश की सांस्कृतिक विरासत का भी सम्मान करता है।
निष्कर्ष:
आइए, हम सभी इस गोपाष्टमी के पावन अवसर पर गौमाता के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करें और प्रण लें कि हम अपनी इस अमूल्य सनातन संस्कृति की रक्षा एवं संवर्धन करते रहेंगे। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जी को इस सारगर्भित शुभकामना संदेश के लिए साधुवाद और आप सभी को गोपाष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!

 
 
 
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