कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ की कलम से: पैदल सेना दिवस पर एक सलाम
आज पैदल सेना दिवस के अवसर पर, पूरा देश उन वीर सपूतों को याद कर रहा है जो देश की सीमाओं की रक्षा में सबसे आगे खड़े रहते हैं। पूर्व सेना अधिकारी और राजनेता कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इस मौके पर एक प्रेरणादायक संदेश साझा किया है।
उन्होंने लिखा, "On #InfantryDay, salute to the soldiers who move first, fight hardest, and ultimately stand with victory under their feat. Boots on ground, courage in heart, the Infantry is India’s spine of steel. Proud to have walked among the finest."
इन पंक्तियों का अर्थ है: "पैदल सेना दिवस पर, उन सैनिकों को सलाम जो सबसे पहले आगे बढ़ते हैं, सबसे कठिन लड़ते हैं, और अंत में विजय को अपने चरणों में लेकर खड़े होते हैं। जमीन पर बूट, दिल में साहस, पैदल सेना भारत की स्टील की रीढ़ है। मुझे गर्व है कि मैं इन महान योद्धाओं के बीच चला हूं।"
कर्नल राठौड़ का यह संदेश केवल शब्द नहीं हैं, बल्कि एक सैनिक के हृदय की वह भावना है जो उन्होंने 'द ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट' में अपनी सेवा के दौरान जिया है। पैदल सेना, जिसे 'आर्मी की बैकबोन' कहा जाता है, वही है जो सबसे कठिन परिस्थितियों में, चाहे ऊँचे पहाड़ हों या गर्म रेगिस्तान, दुश्मनों का सामना करती है।
यह दिन हम सभी के लिए उन अमर शहीदों और जीवित योद्धाओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है, जिनके साहस और बलिदान पर हमारे सुरक्षित जीवन की नींव टिकी है।
जय हिंद!
#InfantryDay #IndianArmy #TheGrenadiersRegiment #JaiHind

 
 
 
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