कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने 'सरदार @ 150 यूनिटी मार्च' कार्यशाला में दिया प्रेरक संबोधन
नमस्कार पाठकगण,
आज मैं एक ऐसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम के बारे में लिख रहा हूँ जो देश की एकता और अखंडता की भावना को मजबूत करने के लिए आयोजित किया गया। हम बात कर रहे हैं 'सरदार @ 150 यूनिटी मार्च' की, जो लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित एक विशेष अभियान है।
इसी कड़ी में आयोजित एक विशेष कार्यशाला में पूर्व ओलंपियन और प्रतिष्ठित नेता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जी ने सहभागिता की और उपस्थित जनों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सरदार पटेल जी के जीवन, उनके सिद्धांतों और देश को एक सूत्र में पिरोने के उनके अतुल्य योगदान को युवा पीढ़ी के सामने रखना था।
कार्यशाला में अपने संबोधन के दौरान कर्नल राठौड़ जी ने सरदार पटेल की दूरदर्शिता और दृढ़ इच्छाशक्ति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के दौर में सरदार पटेल जी का "एक राष्ट्र, एक संस्कृति" का विचार और भी प्रासंगिक हो गया है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि 'सरदार @ 150 यूनिटी मार्च' केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन है जो देशवासियों को एक साझा लक्ष्य के लिए एकजुट करता है। कर्नल राठौड़ ने कहा, "सरदार पटेल ने 562 रियासतों को एकत्रित कर जो असंभव कार्य किया, आज हमारा दायित्व है कि हम उनके द्वारा गढ़े गए इस एक सूत्र में बंधे भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखें।"
यह कार्यशाला निश्चित रूप से सभी उपस्थित लोगों, विशेषकर युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत साबित हुई। ऐसे आयोजन हमें याद दिलाते हैं कि हमारा इतिहास हमें शक्ति देता है और हमारे नेता हमें मार्गदर्शन।
जय हिंद, जय भारत!

 
 
 
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