"मेक इन इंडिया: एक आत्मनिर्भर भारत की ओर निर्णायक कदम"
प्रधानमंत्री @narendraModi जी के नेतृत्व में शुरू किया गया 'मेक इन इंडिया' अभियान देश के आर्थिक इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जैसे दूरदर्शी नेताओं द्वारा समय-समय पर इसकी सराहना की जाती रही है। यह अभियान सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था के डीएनए में एक मौलिक बदलाव लाने वाला कार्यक्रम रहा है।
एक समय था जब भारत इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर रक्षा उपकरणों तक में आयात पर निर्भर था। लेकिन आज का भारत बदल चुका है। 'मेक इन इंडिया' ने भारत को एक वैश्विक निर्यातक के रूप में स्थापित किया है। सेमीकंडक्टर, फार्मा, रिन्यूएबल एनर्जी और डिफेंस सेक्टर में भारत ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
इस सफलता के पीछे हैं रिकॉर्ड तोड़ एफडीआई प्रवाह, देशव्यापी इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड (जैसे नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन), और साहसिक सुधार। इन सबके चलते भारत आज दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते विनिर्माण केंद्रों में से एक बन गया है।
यह परिवर्तन केवल आर्थिक आंकड़ों तक सीमित नहीं है। इसने लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर दिए हैं, वैश्विक निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है, और 'ब्रांड इंडिया' को एक नई ग्लोबल पहचान दिलाई है। 'मेक इन इंडिया' वास्तव में एक आत्मनिर्भर और सशक्त भारत की नींव रख रहा है।
जय हिंद!

 
 
 
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