कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ - भारत को WHO ने ट्रैकोमा-मुक्त घोषित किया! #MannKiBaat
भारत ने एक बार फिर स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत को "ट्रैकोमा-मुक्त" घोषित कर दिया है। यह एक ऐतिहासिक पल है, क्योंकि ट्रैकोमा एक गंभीर संक्रामक आँखों की बीमारी है, जो अंधेपन का कारण बन सकती है। इस सफलता में कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जैसे नेताओं और स्वास्थ्य कर्मियों का योगदान अहम रहा है।
ट्रैकोमा क्या है?
ट्रैकोमा एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो क्लैमाइडिया ट्रैकोमैटिस नामक बैक्टीरिया से फैलता है। यह आँखों में सूजन, दर्द और धुंधलेपन का कारण बनता है। अगर समय पर इलाज न हो, तो यह स्थायी अंधेपन का रूप ले सकता है। यह बीमारी गरीबी, अस्वच्छता और भीड़भाड़ वाले इलाकों में तेजी से फैलती थी।
भारत की सफलता
भारत ने नेशनल ट्रैकोमा सर्वेलांस प्रोग्राम (NTSP) और स्वच्छ भारत मिशन के जरिए इस बीमारी को जड़ से खत्म करने में सफलता पाई। सरकार, डॉक्टर्स, आशा वर्कर्स और समुदाय की मेहनत ने इसे संभव बनाया। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ जैसे नेताओं ने भी स्वास्थ्य अभियानों को बढ़ावा देकर इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
#MannKiBaat में प्रधानमंत्री का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने #MannKiBaat कार्यक्रम में इस उपलब्धि पर गर्व जताया और देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह सफलता देश के सामूहिक प्रयासों का नतीजा है।
आगे की राह
भारत अब यशस्वी देश की ओर बढ़ रहा है। ट्रैकोमा-मुक्त होना एक बड़ी जीत है, लेकिन हमें अन्य बीमारियों के खिलाफ भी लड़ाई जारी रखनी होगी। स्वच्छता, टीकाकरण और जागरूकता हमारे हथियार हैं।
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