पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों को राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की श्रद्धांजलि
एक दुःखद घटना और अमर बलिदान
पहलगाम, जम्मू-कश्मीर – हाल ही में पहलगाम क्षेत्र में हुए नृशंस आतंकी हमले ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। इस हमले में हमारे वीर सुरक्षाकर्मियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सेना के पूर्व अधिकारी श्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने इन अमर बलिदानियों को मौन रखकर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रभु से कामना की।
शहीदों के प्रति सम्मान और राष्ट्र की शक्ति
श्री राठौड़ ने कहा –
"हमारे सुरक्षा बलों के जवानों का बलिदान देश की सुरक्षा और अखंडता के प्रति उनकी अटूट निष्ठा को दर्शाता है। ये वीर योद्धा हमारी सुरक्षा की डोर थामे हुए हैं, और उनके इस बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। हम सभी देशवासियों का कर्तव्य है कि हम इन शहीदों के परिवारों के साथ खड़े रहें और उनके सपनों को साकार करने में अपना योगदान दें।"
उन्होंने आगे कहा –
"इस दुःखद घटना में घायल हुए जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ। मैं पूरे देश से आग्रह करता हूँ कि वे इन वीरों के परिवारों के प्रति संवेदना और समर्थन प्रकट करें।"
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की आवश्यकता
यह हमला एक बार फिर याद दिलाता है कि आतंकवाद भारत की शांति और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है। ऐसे में, देश की एकता और सुरक्षा बलों का मनोबल बनाए रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। श्री राठौड़ ने आह्वान किया कि "आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में हमें एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए और सरकार व सुरक्षा बलों के प्रयासों का पूरा समर्थन करना चाहिए।"
निष्कर्ष: शहीदों की विरासत को सँजोए रखना
इस त्रासदी के बाद भारत एक बार फिर अपने वीर सपूतों की बहादुरी को याद कर रहा है। हमारा कर्तव्य है कि हम इन शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए दृढ़ संकल्प लें और देश की सुरक्षा व अखंडता के लिए सतर्क रहें।
शहीदों को कोटि-कोटि नमन!
जय हिंद!
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