झोटवाड़ा में 150 बोरवेल निर्माण कार्य: कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का आभार और जल संरक्षण का संकल्प


झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में जल संरक्षण की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। कैबिनेट मंत्री, राजस्थान सरकार कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने बुधवार को महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, धाबास और केसर विहार, धाबास में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, आदरणीय केंद्रीय जलशक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल जी एवं आदरणीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी के मार्गदर्शन में वर्षा जल संचयन हेतु बोरवेल (वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज शाफ़्ट) निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। इस आयोजन का उद्देश्य झोटवाड़ा क्षेत्र में जल संकट से निपटने के लिए वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देना है।

150 बोरवेल निर्माण कार्य का महत्व

"कर्मभूमि से मातृभूमि" के तहत इस पहल में झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में 150 बोरवेल (वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज शाफ़्ट) का निर्माण किया जा रहा है, जिससे वर्षा के पानी को संरक्षित किया जा सके। यह कार्य राजस्थान के जल संकट को दूर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इसके लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल जी का आभार व्यक्त किया और उन्हें इस प्रयास के लिए धन्यवाद दिया।

वर्षा जल संचयन – हमारी जिम्मेदारी

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा, "हमें अपने राष्ट्र के लिए बड़ा काम करना है, और वह है वर्षा जल का संरक्षण। बारिश के पानी को बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है, और इसे हम पूरे संकल्प के साथ निभा रहे हैं। जल संरक्षण अब एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि यह जन जन की प्रेरणा बन चुका है।" उनका कहना था कि वर्षा जल संचयन को लेकर प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होने की जरूरत है, क्योंकि पानी की कमी की समस्या सिर्फ हमें ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी प्रभावित करेगी।

सतत विकास की दिशा में प्रयास

कर्नल राठौड़ ने यह भी कहा कि जल संरक्षण के साथ-साथ राजस्थान में अन्य बुनियादी ढांचे के विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है। "नदी से नदी जोड़ो अभियान हो या झोटवाड़ा में बोरवेल निर्माण, उच्च जलाशय का निर्माण हो, सड़क निर्माण हो, हर क्षेत्र में विकास कार्य इंटीग्रेटेड प्लानिंग के तहत किया जा रहा है।" उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि राजस्थान में पानी की कमी को दूर करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं और इस दिशा में सभी नागरिकों को सहयोग देना होगा।

साझेदारी और सहभागिता का संदेश

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने जल संरक्षण की दिशा में गांवों में उपलब्ध कुएं, तालाब, बावड़ी, नदी आदि के संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हम सभी को मिलकर इन जल स्रोतों के संरक्षण के लिए काम करना होगा, ताकि हम इस पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करा सकें।" उनका यह संदेश साफ था कि जल संरक्षण एक सामूहिक प्रयास है, जिसमें हर व्यक्ति की भूमिका अहम है।

निष्कर्ष

कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के नेतृत्व में झोटवाड़ा में शुरू किया गया बोरवेल निर्माण कार्य जल संकट से निपटने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। यह न केवल वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देता है, बल्कि यह राजस्थान को एक हरा-भरा राज्य बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल है। सरकार द्वारा इस तरह की योजनाओं के माध्यम से पानी की सुरक्षा और संरचना में सुधार लाने का प्रयास जारी रहेगा, और इसके लिए हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। जल ही जीवन है, और जल संरक्षण की यह मुहिम हम सभी की भागीदारी से ही सफल हो सकती है।

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