घुमंतू जाति के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ की पहल
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़, भारत के युवा मामलों और खेल मंत्री, ने रविवार को घुमंतू जाति के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने हेतु एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। उन्होंने घुमंतू जाति उत्थान न्यास के तत्वावधान और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के मार्गदर्शन में आयोजित एक विशेष रोजगार मेले में सहभागिता की। यह मेला आदर्श विद्या मंदिर, अंबाबाड़ी में आयोजित हुआ, जहां कर्नल राठौड़ ने विभिन्न उपकरणों और सामग्रियों का वितरण किया।
इस विशेष अवसर पर कर्नल राठौड़ ने युवाओं को सी.एन.जी. ऑटो व ई-रिक्शा, वेल्डिंग सेटअप, फल-सब्जी के ठेले, और महिलाओं को मनिहारी सामान के ठेले प्रदान किए और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उनका यह कदम, घुमंतू जाति के युवाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का योगदान
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की भावना से प्रेरित एक विचारधारा है। संघ समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। यह रोजगार मेला उसी दिशा में एक अहम कदम है।"
आरएसएस के योगदान की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि संघ समाज के हर वर्ग, विशेषकर हाशिए पर पड़े समुदायों को मुख्यधारा में लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस रोजगार मेले का आयोजन इस दिशा में एक सार्थक कदम है, जो घुमंतू जाति के युवाओं को सशक्त बनाने का काम कर रहा है।
घुमंतू समाज का ऐतिहासिक योगदान
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने आगे कहा, "घुमंतू समुदाय ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और हमारी संस्कृति की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज, जब हमें अपने समाज और देश के निर्माण में उनके योगदान की सराहना करनी चाहिए, तो इस रोजगार मेला के माध्यम से हम उन्हें सम्मान और आत्मनिर्भरता का अवसर प्रदान कर रहे हैं।"
कर्नल राठौड़ ने युवाओं को उत्साहित करते हुए कहा, "आज यहां मौजूद युवा भाग्यशाली हैं क्योंकि उन्हें खुद की किस्मत का मालिक बनने का अवसर मिल रहा है।" उनका यह संदेश स्पष्ट था कि हर युवा को अपने भविष्य को संवारने का अवसर मिलना चाहिए, और यह रोजगार मेला इस दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
राज्य और केंद्र सरकार की नीतियां
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने यह भी उल्लेख किया कि राज्य सरकार अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण के लिए पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने कहा, "राजस्थान राज्य बजट 2025-26 में एससीएसपी (अनुसूचित जाति उप योजना) और टीएसपी (जनजाति उप योजना) के लिए फंड को ₹1000 करोड़ से बढ़ाकर ₹1500 करोड़ किया गया है। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने जनजातीय कल्याण के लिए बजट को बढ़ाकर ₹14,925.81 करोड़ कर दिया है।"
यह बजट बढ़ोतरी घुमंतू जाति समेत अन्य पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए एक मजबूत कदम है। यह दर्शाता है कि दोनों ही सरकारें इस समुदाय के लिए रोजगार और विकास के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भाजपा सरकार की युवा कल्याण योजनाएं
कर्नल राठौड़ ने भाजपा सरकार के प्रयासों की भी सराहना की, जो युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा, "भा.ज.पा सरकार युवाओं के लिए हर संभव मदद कर रही है, ताकि वे आत्मनिर्भर और देश के निर्माण में अपना योगदान दे सकें।"
कर्नल राठौड़ ने यह भी स्पष्ट किया कि घुमंतू समाज ने हमारे धर्म, संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम में अतुलनीय योगदान दिया है। इस समाज को सशक्त और सम्मानित करने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
रोजगार मेला: युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल
यह रोजगार मेला घुमंतू जाति के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इससे न केवल उन्हें रोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि वे अपने परिवारों के आर्थिक स्तर को भी ऊंचा उठा सकेंगे। इन आयोजनों का उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि वे अपनी जीवनशैली को सुधार सकें और समाज के मुख्यधारा में शामिल हो सकें।
इन प्रयासों के माध्यम से सरकार और आरएसएस ने घुमंतू समाज को न केवल सम्मान प्रदान किया है, बल्कि उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर भी दिया है। यह रोजगार मेला एक सार्थक कदम है, जो इस समुदाय के युवाओं को भविष्य के लिए प्रेरित करेगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ की यह पहल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निरंतर प्रयास यह सिद्ध करते हैं कि समाज के हर वर्ग को समान अवसर और सम्मान मिलना चाहिए। घुमंतू जाति के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऐसे प्रयास और योजनाएं आवश्यक हैं। इस रोजगार मेला ने एक नया रास्ता खोला है, जो न केवल घुमंतू जाति के लिए बल्कि समग्र समाज के लिए प्रेरणादायक साबित होगा।
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