युवा मामले एवं खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने किया राज्य स्तरीय युवा महोत्सव 2025 का शुभारंभ
राजस्थान सरकार के युवा मामले एवं खेल मंत्री, कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने बुधवार को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में राज्य स्तरीय युवा महोत्सव 2025 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी और राज्य मंत्री श्री के.के. विश्नोई जी के नेतृत्व में यह आयोजन हुआ, जिसमें कर्नल राठौड़ ने युवाओं और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए महोत्सव का उद्घाटन किया। इस महोत्सव का उद्देश्य राज्यभर के युवाओं को एक मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी सांस्कृतिक, खेल और शैक्षिक प्रतिभाओं का प्रदर्शन कर सकें।
चुनौतियों का सामना कर चैंपियन बनने की प्रेरणा
अपने संबोधन में कर्नल राठौड़ ने युवाओं को सफलता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया और कहा, "चुनौतियों का सामना कर उन्हें परास्त करना ही चैंपियन की पहचान है।" कर्नल राठौड़ ने युवाओं से यह भी कहा कि असफलताएं और संघर्ष उनके विकास का हिस्सा हैं, और केवल कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और निरंतर प्रयास से ही वे अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि राज्य सरकार और विभाग का उद्देश्य राजस्थान के युवाओं को हर संभव अवसर प्रदान करना है, ताकि वे अपने सपनों को पूरा कर सकें और देश की प्रगति में योगदान दे सकें।
विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार पर आधारित युवा महोत्सव
इस वर्ष के युवा महोत्सव का थीम "विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार" पर आधारित है। कर्नल राठौड़ ने इस अवसर पर कहा कि इस महोत्सव के तहत विभिन्न सांस्कृतिक और खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, जो राज्यभर से चयनित होकर आए युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर बनेंगी। यह महोत्सव न केवल युवाओं को अपनी कलात्मक और खेल प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने का मौका देगा, बल्कि यह उन्हें नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी नई ऊँचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करेगा।
कर्नल राठौड़ ने यह भी उल्लेख किया कि युवा महोत्सव का उद्देश्य है कि राज्य के हर क्षेत्र से, चाहे वह शहरी हो या ग्रामीण, वे युवा इस महोत्सव का हिस्सा बनें और अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन करें। इससे न केवल राज्य की विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि सभी वर्गों के युवाओं को समान अवसर मिलें।
संस्कृति और शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण
कर्नल राठौड़ ने यह भी कहा कि देश की सांस्कृतिक समृद्धि का महत्वपूर्ण स्त्रोत उसकी बहुरंगी कलाएं हैं। उन्होंने युवाओं से यह आह्वान किया कि वे अपनी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजें और उसे आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाएं। उन्होंने कहा, "भावी पीढ़ी, अपनी संस्कृति के जिस स्वरूप को देखती है, उसी के अनुरूप अपने जीवन के नए मूल्यों का निर्माण करती है।" इसलिए, हम सबकी जिम्मेदारी है कि बच्चों को अनुभव आधारित शिक्षा के माध्यम से हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता से जोड़ें और एक भारत-श्रेष्ठ भारत के गौरवशाली दृष्टिकोण से परिचित कराएं।
राज्य मंत्री कर्नल राठौड़ ने यह भी बताया कि राज्य सरकार इस महोत्सव के माध्यम से युवाओं को वह अवसर प्रदान करेगी, जो उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने कौशल को प्रदर्शित करने और उत्कृष्टता हासिल करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
एक भारत-श्रेष्ठ भारत की ओर कदम
कर्नल राठौड़ के अनुसार, "एक भारत-श्रेष्ठ भारत" का सपना तभी साकार हो सकता है जब हम अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखते हुए, नवाचार और विकास के साथ आगे बढ़ें। युवाओं की शक्ति, उनके विचार, और उनकी रचनात्मकता से भारत और राजस्थान का भविष्य उज्जवल बनेगा। इस महोत्सव का उद्देश्य न केवल राज्य के युवाओं को एक मंच प्रदान करना है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने के लिए प्रेरित करना भी है।
निष्कर्ष
राज्य स्तरीय युवा महोत्सव 2025 का शुभारंभ कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ के नेतृत्व में एक ऐतिहासिक कदम है, जो न केवल राजस्थान के युवाओं को एक मंच पर लाता है, बल्कि उन्हें अपनी प्रतिभा, क्षमता और नेतृत्व कौशल को प्रदर्शित करने का अवसर भी प्रदान करता है। इस महोत्सव के माध्यम से, कर्नल राठौड़ ने युवाओं को उनके भविष्य के प्रति आशावादी और प्रेरित करने के साथ-साथ, उन्हें यह भी समझाया कि उनके कार्यों और विचारों से राष्ट्र और राज्य की प्रगति सुनिश्चित हो सकती है।
राजस्थान के प्रत्येक युवा को अपने सपनों को पूरा करने और अपने राज्य और देश की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित करने वाला यह महोत्सव निश्चित रूप से राज्य की युवाओं की शक्ति और क्षमता को उजागर करेगा और उन्हें राष्ट्रीय विकास की दिशा में और अधिक उत्साहित करेगा।
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