घर-घर शान से लहराया तिरंगा, खेल मंत्री राठौड़ ने ली परेड की सलामी
भारत के हर कोने में स्वतंत्रता दिवस का जश्न हर वर्ष बड़े हर्षोल्लास और गर्व के साथ मनाया जाता है। इस दिन हर भारतीय के दिल में देशभक्ति की भावना चरम पर होती है। इस वर्ष भी पूरे देश में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। हर घर, हर गली, हर मोहल्ले में तिरंगा लहराता हुआ नजर आया, जो इस बात का प्रतीक है कि भारत आज भी उतना ही गर्वित और स्वतंत्र है जितना कि वह 1947 में हुआ था।
खेल मंत्री राठौड़ ने ली परेड की सलामी
इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर खेल मंत्री कर्नल राजवर्धन सिंह राठौड़ ने एक विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया और परेड की सलामी ली। उनके द्वारा की गई इस परेड ने सभी में देशभक्ति की भावना को और भी प्रबल कर दिया। परेड के दौरान उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि "आज का दिन हमें उन शहीदों की याद दिलाता है जिन्होंने अपनी जान की कुर्बानी देकर हमें आजादी दिलाई। हमें उनके आदर्शों पर चलते हुए इस देश को और भी महान बनाना है।"
तिरंगा का महत्व और उसकी शान
तिरंगा सिर्फ एक ध्वज नहीं, बल्कि यह हमारे देश की शान और हमारे पूर्वजों के बलिदान का प्रतीक है। तिरंगे के तीन रंगों में निहित हैं, जो हमें हमारी संस्कृति, हमारी विरासत, और हमारे देश की विविधता की याद दिलाते हैं। केसरिया रंग हमें साहस और त्याग की प्रेरणा देता है, सफेद रंग हमें शांति और सच्चाई का प्रतीक बताता है, और हरा रंग हमें विकास और समृद्धि का संदेश देता है। इन तीन रंगों के बीच में बना अशोक चक्र हमें हमारे कर्तव्यों और जिम्मेदारियों की याद दिलाता है।
आज के दिन का महत्व
15 अगस्त का दिन भारतीय इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन है। इसी दिन 1947 में भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। यह दिन हमें हमारी स्वतंत्रता के मूल्य की याद दिलाता है और हमें यह संकल्प दिलाता है कि हम इस स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
इस दिन की शुरुआत राष्ट्रगान 'जन गण मन' से होती है और इसके बाद प्रधानमंत्री लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हैं। यह परंपरा आज भी उतनी ही गर्वित और महत्वपूर्ण है जितनी वह 1947 में थी। देशभर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जहां बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी में देशभक्ति की भावना देखी जा सकती है।
खेल मंत्री के संदेश का महत्व
कर्नल राठौड़ ने अपने संबोधन में खासकर युवाओं को देशभक्ति और राष्ट्र सेवा की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, "देश की आजादी की रक्षा करना हमारा पहला कर्तव्य है। हमारे पूर्वजों ने जो बलिदान दिए, हमें उनकी विरासत को संजोकर रखना है और इस देश को और भी मजबूत बनाना है।" उनके इस संदेश ने युवाओं में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।
हर घर तिरंगा अभियान
भारत सरकार ने 'हर घर तिरंगा' अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य हर भारतीय के घर पर तिरंगा फहराने को सुनिश्चित करना है। इस अभियान के माध्यम से सरकार यह संदेश देना चाहती है कि देश की आजादी सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह हर भारतीय का व्यक्तिगत गर्व और सम्मान है। इस अभियान के तहत देश के कोने-कोने में तिरंगे को फहराया गया, जो यह दर्शाता है कि भारत के लोग आज भी अपनी स्वतंत्रता को लेकर कितने सजग और गर्वित हैं।
खेल मंत्री की उपस्थिति का महत्व
खेल मंत्री कर्नल राजवर्धन सिंह राठौड़ की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया। वह एक अनुभवी सैन्य अधिकारी और खेल के क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्ति हैं। उनके द्वारा ली गई परेड की सलामी और उनके द्वारा दिया गया संदेश ने युवाओं में देशभक्ति की भावना को और भी प्रबल कर दिया।
कर्नल राठौड़ ने कहा, "आज का दिन सिर्फ हमारे शहीदों को याद करने का ही नहीं, बल्कि यह दिन हमें इस बात की भी याद दिलाता है कि हमें अपनी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करना होगा। हमें यह संकल्प लेना होगा कि हम इस देश को और भी महान बनाएंगे और इसकी अखंडता और स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।"
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगा फहराना, परेड की सलामी लेना और देशभक्ति की भावना को जागृत करना हर भारतीय का कर्तव्य है। इस वर्ष का स्वतंत्रता दिवस विशेष रूप से महत्वपूर्ण था क्योंकि हर घर तिरंगा अभियान ने इस दिन को और भी खास बना दिया। खेल मंत्री कर्नल राजवर्धन सिंह राठौड़ की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया। उनके द्वारा दिया गया संदेश युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। स्वतंत्रता दिवस सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि यह एक अवसर है जब हम अपने देश के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को याद करते हैं।
हर भारतीय को इस दिन गर्व महसूस होता है और वह यह संकल्प लेता है कि वह अपने देश की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ेगा। तिरंगे की शान में लहराना और देशभक्ति के गीत गाना हमें हमारी विरासत और हमारे देश के प्रति गर्व की भावना से भर देता है।
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